गोण्डा नगरपालिका चुनाव : अब दो दिनो में क्या बड़ा परिवर्तन होगा ?

मनोज मौर्य
गोंडा : जनपद के सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाले गोण्डा शहर का नगरपालिका चुनाव इस बार सबसे अलग दिखाई दे रहा है। जहाँ राजनेताओं के खेल व तिकड़मो को समझते हुये यहाँ की जनता जाति-पात से ऊपर उठकर खुद को विजेता बनाने के लिये अपनी कमर कस चुकी है? तो क्या इस बार राजनीति के शातिरों की चालें यहाँ कामयाब नहीं होंगी? हों भी क्यों न जब यहाँ अपने-अपने दलों के झंडे उठा कर चल रहे नेताओं में एक कठपुतली अध्यक्ष के पक्ष में है तो दूसरा उसके विरोध में एक पूर्व पालिकाध्यक्ष के पक्ष में बताया जा रहा है । आम चर्चा के मुताबिक एक बड़े राजनीतिक दल के प्रमुख एवं मजबूत दावेदार व पूर्व पालिकाध्यक्ष का टिकट कटवाना तथा एक कमजोर प्रत्याशी को टिकट दिलवाते हुये उसका डमी प्रचार करने के साथ प्रमुख विपक्षी दल व निवर्तमान अध्यक्ष के पक्ष में उसकी विजय के लिये मजबूती से जुड़ने से प्रमुख विपक्षी दल के बड़े नेता व कार्यकर्ताओं द्वारा इसे अपने लिये भविष्य में खतरे के रूप में देखा जा रहा है। जिसे देखते हुये भीतर खाने प्रमुख दल से टिकट काटकर निकाले गये प्रत्याशी के पक्ष में उनके द्वारा अपना मत व समर्थन देना भविष्य में सदर विधानसभा सीट में भी एक बड़े परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है। लोगों की माने तो यहाँ सहानभूति व भीतरघात दो मुख्य दलों को हाशिये पर लाते हुये तीसरे की विजय की राह प्रशस्त करती हुई नजर आ रही है। आम चर्चा के मुताबिक निवर्तमान पालिकाध्यक्ष के पिता व प्रमुख विपक्षी दल के कद्दावर की मृत्यू हो जाने से तथा प्रमुख दल से कमजोर प्रत्याशी को उतारना उस दल से निष्कासित पूर्व पालिकाध्यक्ष के लिये एक सुनहरा अवसर लेकर आया है।जब जनता की कथित सहानुभूति के साथ दो बड़े दलों की आपसी भीतर घात दोनो मुख्य दलों को हाशिये पर लाती हुई,दिखाई दे रही हैं। हालांकि चुनाव आगामी 4 मई को है व मतगणना 11 को अब दो दिनो में क्या बड़ा परिवर्तन होगा ? चुनाव परिणाम क्या होगा? यह देखने वाली बात होगी। तब तक यह सब सिर्फ संभावना व कयास भर ही हैं।